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Wednesday 30 September, 2009

लोग जो बहरूपिया बन उम्र भर छलते रहे

लोग जो बहरूपिया बन उम्र भर छलते रहे
छा गए दिल पर दिमागों में वही चलते रहे

Monday 28 September, 2009

कदम से कदम जो मिला कर चले

कदम से कदम जो मिला कर चले
वही चोट दिल पर लगा कर चले

Wednesday 16 September, 2009

ख़्वाबों की गठरी मत खोल

ख़्वाबों की गठरी मत खोल
करना है कर कुछ मत बोल

Sunday 13 September, 2009

सोचता हूँ यार मेरी बात पर

सोचता हूँ यार मेरी बात पर
क्यों खफा संसार मेरी बात पर

Wednesday 9 September, 2009

भूल करुँ तो मारे तू

भूल करूं तो मारे तू
फिर वापस पुचकारे तू

Tuesday 1 September, 2009

फिर कोई इल्जाम लगा दीवाने पर

फिर कोई इल्जाम लगा दीवाने पर
फिर है दिल बेचारा आज निशाने पर