सोचता हूँ यार मेरी बात पर
क्यों खफा संसार मेरी बात पर
गौर से सबने सुना सबको मगर
हो गयी तकरार मेरी बात पर
आपको उपलब्ध सारी ताज़गी
है हवा बीमार मेरी बात पर
छलकते हैं जाम सब के वास्ते
कर दिया इनकार मेरी बात पर
गैर की खातिर तबस्सुम कहकहे
क्रोध का इज़हार मेरी बात पर
पूछते तूफ़ान भी मेरा पता
बिजलियाँ तैयार मेरी बात पर
आज "जोगेश्वर" निकलना चाहिए
कुछ नतीजा यार मेरी बात पर
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2 comments:
आ गया है आज हमको प्यार तेरी बात पर
....
ek aur behtareen rachna...
गौर से सबने सुना सबको मगर
हो गयी तकरार मेरी बात पर
सही आदमी के साथ यही होता है
bahut sunder
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